महा लिख्खाड़
-
कटका में अटकी ट्रेनें17 hours ago
-
-
-
बाग में टपके आम बीनने का मजा6 months ago
-
गणतंत्र दिवस २०२०5 years ago
-
राक्षस5 years ago
-
-
इंतज़ामअली और इंतज़ामुद्दीन5 years ago
-
कुरुक्षेत्र में श्रीकृष्ण और अर्जुन7 years ago
-
Demonetization and Mobile Banking8 years ago
-
मछली का नाम मार्गरेटा..!!10 years ago
नाप तोल
1 Aug2022 - 240
1 Jul2022 - 246
1 Jun2022 - 242
1 Jan 2022 - 237
1 Jun 2021 - 230
1 Jan 2021 - 221
1 Jun 2020 - 256
पांच
Aug 18, 2011ललितजी की पोस्ट के कमेंट्स पढ़कर पांच पर बन गयी एक कुंडली:
पांच उँगलियाँ, पांच हैं सागर अति विशाल,
पांच सितारा होटल में, पञ्च मेल की दाल,
पञ्च मेल की दाल खा गए पांडव न्यारे,
पांच चिन्ह दे गए हैं हमको पंज पियारे,
पञ्च तत्व, पंजाब और पंचामृत को जांच,
ओलम्पिक के खेल में भी हैं छल्ले पांच.
काम क्रोध मद मोह और लोभ हैं पञ्च विकार,
साम दाम दंड भेद भय ये हैं पञ्च उपचार,
ये हैं पञ्च उपचार, पांचवा साल चुनावी,
व्यास, चिनाब, झेलम अपनी सतलुज रावी,
पञ्च प्रचारक पोस्ट की भली करें श्री राम,
तीन पांच काफी हुआ करते हैं अब काम.
प्रेषक: अभिनव @ 8/18/2011
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
0 प्रतिक्रियाएं:
Post a Comment