मेरे बड़े भाईसाहब डॉ आदित्य शुक्ल रामचरितमानस के प्रबुद्ध वक्ता है. उन्होंने ये जानकारी दी थी कि ब्रह्मवादी सांस्कृतिक संघ, शर्मा बंधुओं द्वारा मानस अनुष्ठान कराने के विषय में विचार कर रहा है. आज उनकी ई मेल से सूचना प्राप्त हुयी कि कार्यक्रम १४, १५ एवं १६ मई को है. मेरा आपसे अनुरोध है कि जो मित्र बंगलूरू में हैं वे इसमें अवश्य जाएँ और जो वहां नहीं हैं वे अपने मित्रों तक ये सूचना पहुँचाने की कृपा करें. शर्मा बंधुओं द्वारा प्रस्तुत "सूरज की गर्मी से" तो आपको याद ही होगा, उनके द्वारा प्रस्तुत रामायण की एक बानगी आप नीचे दिए वीडियो में देख सकते हैं.
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Brahmvadi Sanskritk Sangh (R), Bangalore is a committed organization towards Social upliftment and Cultural development. This Year is the Silver Jubilee Year of the organization. In the wake of this celebration, the BSS had decided to organize various cultural, literary and social activities.
In the subsequent, Sangh is going to organize “MANAS ANUSHTHAN” on 14th, 15th and 16th May 2010 at Chowdiah Memorial Hall, Bangalore. In this program renowned Bhajan Singers “SHARMA BANDHU” will perform the distinctive singing and unique interpretation of Shri Ramcharitmanas an eternal epic of Goswami Tulsidas.
My humble request you to participate in the above program.
You can call me for more info.
Regards
Aditya
9844503371
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शर्मा बंधुओं द्वारा मानस अनुष्ठान - १४, १५ एवं १६ मई - बंगलूरू के मित्र अवश्य जाएँ
Apr 28, 2010प्रेषक: अभिनव @ 4/28/2010 2 प्रतिक्रियाएं
नव निधि के उजाले
Apr 26, 2010ज्ञान के कारागृहों में दंभ के मुस्तैद ताले,
भवन की ऊँची छतों पर रूढ़ियों के सघन जाले,
देख कर विज्ञान की प्रगति विधि भी है अचंभित,
हो पुरातन या नवल जो व्यर्थ है, वो सब तिरोहित,
हम पताका हम ध्वजा हम स्वयं ही पहिये हैं रथ के,
दो दिशाओं में हैं गुंजित स्वर जगत में प्रगति पथ के,
पीढियां अक्षम हुयी हैं निधि नहीं जाती संभाले,
पीढियां सक्षम हुयी हैं नव निधि के हैं उजाले.
प्रेषक: अभिनव @ 4/26/2010 6 प्रतिक्रियाएं
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