बफलो "नियाग्रा फाल्स" में हुए कवि सम्मेलन के कुछ अंश
कविः अनूप भार्गव, राकेश खण्डेलवाल, समीर लाल, घनश्याम गुप्त, अभिनव शुक्ल एवं लक्ष्मीनारायण गुप्त
कवि सम्मेलन - भाग - १
Oct 22, 2006प्रेषक: अभिनव @ 10/22/2006
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अलार्म बज बज कर, सुबह को बुलाने का प्रयत्न कर रहा है, बाहर बर्फ बरस रही है, दो मार्ग हैं, या तो मुँह ढक कर सो जाएँ, या फिर उठें, गूँजें और 'निनाद' हो जाएँ।
बफलो "नियाग्रा फाल्स" में हुए कवि सम्मेलन के कुछ अंश
कविः अनूप भार्गव, राकेश खण्डेलवाल, समीर लाल, घनश्याम गुप्त, अभिनव शुक्ल एवं लक्ष्मीनारायण गुप्त
प्रेषक: अभिनव @ 10/22/2006
2 प्रतिक्रियाएं:
वीडियो दिखाने के लिए आपका धन्यवाद
आपको दिपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ
वाह भाई, बहुत सही कवरेज किया है. आगे की कड़ियों का इंतजार रहेगा.
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