सियैटल में झिलमिलाया, "झिलमिल २०१० - हास्य कवि सम्मलेन"

Jun 29, 2010

जून २६ २०१०, सियैटल, संयुक्त राज्य अमेरिका: हिंदी भाषा का जो स्वरुप कविताओं में उजागर होता है वह अत्यंत आनंद प्रदान करने वाला होता है. सधे हुए कवि सम्मेलनों में प्रस्तुतिकरण के कौशल द्वारा कविताओं की मिठास में चार चाँद लग जाते हैं. यदि बात हास्य कविताओं की हो रही हो तो फिर मिठास और आनंद का एक नाभकीय विस्फोट होता है. सिएटल नगरी में इस सदी के प्रथम हास्य कवि सम्मलेन का आयोजन २६ जून २०१० को हुआ. सांस्कृतिक संस्था प्रतिध्वनि की ओर से प्रस्तुत हास्य कवि सम्मलेन, झिलमिल २०१० में शताधिक श्रोताओं नें लगभग चार घंटे तक अनेक चटपटी और झिलमिलाती हुई हास्य कविताओं का रसास्वादन किया. विभूति नें मां सरस्वती की वंदना कर कार्यक्रम को प्रारंभ किया. इस कवि सम्मलेन में न्यू यार्क से पधारी डॉ बिन्देश्वरी अग्रवाल, सिनसिनाटी से आई रेणु राजवंशी गुप्त एवं सियैटल नगरी से अंकुर गुप्त, अनु गर्ग, निहित कौल, अगस्त्य कोहली, सूरज कुमार एवं अभिनव शुक्ल नें अपनी कविताओं का पाठ किया. कार्यक्रम का संचालन अभिनव शुक्ल नें किया. नगरी में पहली बार हुए इस आयोजन को श्रोताओं नें खूब सराहा और आशा व्यक्त करी कि भविष्य में और भी कवि सम्मेलनों से सियैटल को झिलमिलाता रहना चाहिए.


चित्र १ : (बाएँ से दायें) - अंकुर गुप्त, अनु गर्ग, निहित कौल, अभिनव शुक्ल, अगस्त्य कोहली, सूरज कुमार, रेणुराजवंशी गुप्त एवं डॉ बिन्देश्वरी अग्रवाल [कवि सम्मलेन के बाद का एक दृश्य]


चित्र : कार्यक्रम का सञ्चालन करते हुए अभिनव शुक्ल तथा मंच पर रेणु राजवंशी गुप्त एवं डॉ बिन्देश्वरी अग्रवाल

चित्र : अगस्त्य कोहली अपना व्यंग्य पाठ करते हुए

चित्र : रेणु राजवंशी चित्र ५: डॉ बिन्देश्वरी अग्रवाल

चित्र ६: अंकुर गुप्त
चित्र ७: निहित कौल
चित्र ८: अनु गर्ग
चित्र ९: सूरज कुमार
चित्र १०: विभूति
आप झिलमिल कि वेबसाइट यहाँ देख सकते हैं।
सभी चित्र चित्रकार सुभाष चंद्रन के सौजन्य से.

'झिलमिल - हास्य कवि सम्मलेन' - सिएटल - २६ जून २०१०

Jun 20, 2010

इधर सिएटल में 'झिलमिल - हास्य कवि सम्मलेन' का आयोजन हो रहा है. प्रतिध्वनि संस्था द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में अमेरिका के कुछ कवि अपनी रचनाओं का पाठ करेंगे. सम्मलेन का मुख्य स्वर हास्य रहेगा. यदि आपके कोई मित्र सिएटल अथवा इसके आस पास कहीं हों तो आप उन तक इस कार्यक्रम की सूचना पहुंचा सकते हैं.

JHILMIL / झिलमिल
हिन्दी हास्य कवि सम्मेलन


An Evening of Laughter and Hindi Poetry
Featuring special invited poets (डॉ बिन्देश्वरी अग्रवाल, रेनू राजवंशी गुप्त, अगस्त्य कोहली एवं अभिनव शुक्ल) and local talent

Saturday, June 26th, 2010

6:00 PM


Brechemin Auditorium,
Music Building,
University of Washington,
Seattle, WA 98195


Tickets

$15 General admission ($18 at gate)
$12 Pratidhwani members ($15 at gate)
$10 Full time students ($12 at gate)

For more information
http://www.pratidhwani.org/jhilmil
info@...
425-522-3570






तुलसी बाबा तुमने कैसे

Jun 6, 2010



तुलसी बाबा तुमने कैसे इतना बड़ा ग्रन्थ लिख डाला,
कैसे प्रभु राम के रस में डूबे, शब्द शब्द को ढाला,
कैसे भाषा चुनी, भाव कैसे बांधे, कैसे काग़ज़ पर,
कैसी कलम उठाई, कैसे बैठे थे, कैसे आसन पर,
किस प्रहर लिखा, कैसा भोजन, कैसा पानी तुम पीते थे,
कैसे थे वस्त्र तुम्हारे, तुम कैसे मित्रों में जीते थे?

बाबा बोले सपने में, "मुझको तो कुछ भी दिखा नहीं,
'श्री रामचंद्र की जय' के सिवा मैंने तो कुछ भी लिखा नहीं."