पिलखुवा में हुयी हास्य दर्शन काव्य संध्या

Feb 22, 2010




















3 प्रतिक्रियाएं:

Udan Tashtari said...

अच्छा लगा तस्वीरें देखकर.

बधाई! अभिनव जी|इस हास्य-दर्शन संध्या में सम्मानित किये जाने के लिए|लगता है अभी भारत में ही हैं|

हज़ूर फोटो घणौ ही चोख्यो पन ई खबर नाय लग सकी है
है कौन यामे कछु समझ में घुसै ही ना तो करें का बोलो
चलाय डारे हैं होलिका पे हंसी के पिचकारे ई पतो है
तो नैक सब्के नमई बता के छुपाय र्खे भेद कूं तो खोलो