इस अनुगूँज के आयोजन हेतु आलोकजी को अनेक शुभकामनाएँ एवं धन्यवाद।
कई साल पहले लिखी अपनी एक कविता इस अनुगूँज हेतु प्रेषित कर रहा हूँ। जिस समय ये रचना लिखी थी उस समय यूनीकोड देवता का पदार्पण पूरी तरह नहीं हुआ था। तब लोग देवनागरी में लिख कर उसे पिक्चर की तरह सेव करते थे तथा मित्रों को पढ़वाते थे। उसी प्रारूप में यह रचना संलग्न है।
न्यू जर्सी में सन २००५ में हुए एक कवि सम्मेलन में यह कविता पढ़ी थी, उसकी रिकार्डिंग आप सुन भी सकते हैं।
आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की बधाइयाँ।
महा लिख्खाड़
-
सियार6 days ago
-
मैं हूं इक लम्हा2 weeks ago
-
दिवाली भी शुभ है और दीवाली भी शुभ हो4 weeks ago
-
-
बाग में टपके आम बीनने का मजा4 months ago
-
मुसीबतें भी अलग अलग आकार की होती है1 year ago
-
पितृ पक्ष1 year ago
-
-
व्यतीत4 years ago
-
Demonetization and Mobile Banking7 years ago
-
मछली का नाम मार्गरेटा..!!9 years ago
नाप तोल
1 Aug2022 - 240
1 Jul2022 - 246
1 Jun2022 - 242
1 Jan 2022 - 237
1 Jun 2021 - 230
1 Jan 2021 - 221
1 Jun 2020 - 256
हैप्पी स्वतंत्रता दिवस - अनुगूँज २२ - एक कवि सम्मेलन के कुछ अंश
Aug 13, 2007प्रेषक: अभिनव @ 8/13/2007
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
1 प्रतिक्रियाएं:
बेहतरीन!! बहुत बढ़िया.
Post a Comment